Saturday, March 15, 2014

यह कैसी हवा है, यह कैसी लहर है !!

यह कैसी हवा है, यह  कैसी लहर है,
कर्णाटक को फिर देखना येदुरप्पा का कहर है|
जिस मोदी की चर्चा हर गाँव शहर है, 
उन की सीट को लेकर ही पार्टी में गदर है|
जिनके लिए  परिवारवाद  एक जहर है,
पासवान पिता-पुत्र उनके हमसफ़र है|

यह कैसी हवा है, यह  कैसी लहर है, 
UP और बिहार में जातियों पे नज़र है|
जो राष्ट्रवाद के साथ कहते हर पहर है,  
राज ठाकरे से मिल जाने की खबर है|
हर एक वोट की होड़ इस कदर है,
पानी की तरह पैसा  लगा इधर है|

भैया, ये तो सब  चुनावी समर है,
मुद्दे और निति की बात अब किधर है|
चुनावी टिकड़म बाजी की डगर है,
इनकी मंजिल एक दिल्ली शहर है|
यह ऐसी हवा है, यह चुनावी लहर है,
यह ऐसी हवा है, यह चुनावी लहर है||



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